बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में सोमवार, 14 अक्टूबर, 2024 को भारी गिरावट देखी गई, क्योंकि शेयरधारकों के लिए एक महीने की लॉक-इन अवधि समाप्त हो गई। इस घटना ने लगभग 12.6 करोड़ शेयरों (या कंपनी की कुल बकाया इक्विटी का लगभग 2%) को व्यापार के लिए पात्र बना दिया। मुख्य बिंदु: लॉक-इन अवधि: लॉक-इन अवधि एक समय सीमा है जिसके दौरान कुछ शेयरधारकों, आमतौर पर कंपनी के अंदरूनी सूत्र और शुरुआती निवेशकों को अपने शेयर बेचने से प्रतिबंधित किया जाता है। यह प्रतिबंध स्टॉक की कीमतों को स्थिर करने और अचानक बिक्री को रोकने में मदद करता है। शेयर की कीमत में गिरावट: जैसे ही लॉक-इन अवधि समाप्त हुई, शेयरधारक अपने शेयर बेचने के लिए स्वतंत्र थे, जिससे अक्सर बिक्री का दबाव बढ़ जाता है और स्टॉक की कीमतों में गिरावट आ सकती है। इस मामले में, बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में 14 अक्टूबर को 5% से अधिक की गिरावट आई। भविष्य का दृष्टिकोण: जबकि लॉक-इन अवधि की समाप्ति से कुछ अल्पकालिक अस्थिरता हो सकती है, बजाज हाउसिंग फाइनेंस के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण सकारात्मक बना हुआ है। कंपनी भारतीय आवास वित्त क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी है और इसकी वित्तीय स्थिति मजबूत है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में सोमवार, 14 अक्टूबर, 2024 को भारी गिरावट देखी गई,
Discover more from LIVE INDIA NEWS
Subscribe to get the latest posts sent to your email.