मां का बचपन में निधन, फिर कड़ी मेहनत से पैरालंपिक मेडल; अब नित्या का बयान अर्जुन पुरस्कार पर सामने आया है।
पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी नित्या श्री सिवन, जिन्होंने पेरिस पैरालंपिक 2024 में कांस्य पदक जीता था, नित्या श्री सिवन को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। नित्या का बचपन कठिन था; उनकी मां मर गई जब वह सिर्फ एक वर्ष की थीं। स्कूल में उनका शारीरिक विकास रुक गया, जिससे वे अवसाद में चली गईं। नित्या ने अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करते हुए कहा, “यह पुरस्कार उन लोगों को जवाब है कि मैं भी कुछ कर सकती हूं और बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकती हूँ।””
नित्या ने कहा कि पीवी सिंधु को देखकर उन्हें प्रेरणा मिली
उनका बैडमिंटन में करियर उनके पिता और दादी के सहयोग से बना हुआ था, जिसमें उनके भाई भी महत्वपूर्ण था। नित्या ने कहा कि पीवी सिंधु को देखकर उन्हें प्रेरणा मिली और उन्होंने बैडमिंटन खेलना शुरू किया। उनका लक्ष्य 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में अपने खेल के चरम पर पहुंचना है।
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