सबरीमाला ऑनलाइन बुकिंग 2024: त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने सबरीमाला अयप्पा मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू कर दिया है। यह रजिस्ट्रेशन वर्चुअल क्यू के लिए किया जा सकता है. इसके लिए बोर्ड ने प्रतिदिन 70,000 तीर्थयात्रियों की सीमा तय की है. तीर्थयात्री अयप्पा मंदिर के दर्शन के लिए त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड (टीडीबी) की वेबसाइट और ऐप से वर्चुअल क्यू पास प्राप्त कर सकते हैं। तीर्थयात्री सबरीमाला अयप्पा मंदिर में पहले से अपना स्लॉट बुक कर सकते हैं और लंबी कतारों से बच सकते हैं।
त्रावणकोर देवासम बोर्ड तीर्थयात्रियों को क्यूआर कोड के साथ वर्चुअल क्यू पास जारी करेगा, जिसके माध्यम से वे मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकेंगे। केरल सरकार ने सबरीमाला अयप्पा मंदिर में दैनिक दर्शन के लिए 80,000 स्लॉट की घोषणा की थी, जिसे बोर्ड ने खारिज कर दिया था। सरकार की घोषणा के बाद तीर्थयात्रियों को लगा कि 10,000 स्लॉट ऑन स्पॉट यानी ऑफलाइन होंगे. हालांकि, बोर्ड सदस्यों की अस्वीकृति के बाद, केवल ऑनलाइन पंजीकरण करने वाले तीर्थयात्रियों को ही मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
ऐसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
इसके लिए तीर्थयात्रियों को सबसे पहले त्रावणकोर देवासम बोर्ड की वेबसाइट (या ऐप) पर जाना होगा।
इसके बाद आपको अपने फोन नंबर और ई-मेल आईडी के जरिए रजिस्ट्रेशन करना होगा।
सबरीमाला ऑनलाइन बुकिंग 2024
नया यूजर बनाने के बाद आपको होम पेज पर वर्चुअल-क्यू विकल्प पर टैप करना होगा।
सबरीमाला ऑनलाइन बुकिंग 2024
इसके बाद दर्शन की तारीख और रूट का चयन करना होगा.
इस तरह दर्शन के लिए एक वर्चुअल क्यू पास जेनरेट हो जाएगा.
सबरीमाला ऑनलाइन बुकिंग 2024
तीर्थयात्रियों को ध्यान देना चाहिए कि त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण करते समय उन्हें अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर के साथ-साथ आईडी प्रूफ विवरण भी दर्ज करना होगा। आईडी प्रूफ के तौर पर तीर्थयात्रियों के पास आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट या कोई अन्य सरकारी आईडी होनी चाहिए। क्यूआर कोड वाला पास तीर्थयात्रियों के ई-मेल और मोबाइल पर भेजा जाएगा। यह पास दिखाकर तीर्थयात्री मंदिर परिसर में दर्शन कर सकेंगे।
सबरीमाला मंदिर तक 3 रास्ते
सबरीमाला अयप्पा मंदिर में तीन अलग-अलग रास्तों से प्रवेश किया जा सकता है। पम्बा-मरकोट्टम मार्ग की दूरी 4 किलोमीटर है। इसके अलावा वंदिपेरियार-सथराम-पुलमेडु मार्ग है, जिसकी दूरी 16 किलोमीटर है। इसके अलावा सबसे लंबा मार्ग एरुमेले-कालाकेट्टी है, जिसकी दूरी 46 किलोमीटर है। सबसे लंबा होने के साथ-साथ यह पारंपरिक मार्ग भी है।
सबरीमाला ऑनलाइन बुकिंग 2024: सबरीमाला अयप्पा मंदिर के दर्शन
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