WhatsApp यूजर्स के लिए मैसेजिंग का दायरा जल्द ही बढ़ने वाला है। मेटा के इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप में जल्द ही क्रॉस-प्लेटफॉर्म मैसेजिंग की सुविधा मिल सकती है। यूजर अपने WhatsApp अकाउंट से उन यूजर्स को मैसेज कर सकेंगे जो WhatsApp इस्तेमाल नहीं करते हैं। इसके बाद यूजर उन लोगों से चैट कर सकेंगे जिनके पास WhatsApp नहीं है। WhatsApp के इस फीचर की वजह से दुनियाभर के करोड़ों यूजर्स को फायदा मिल सकता है।
इस वजह से लिया गया फैसला
WhatsApp ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि इस तकनीक को विकसित करने में 6 महीने का समय लगा है। इस तकनीक के ज़रिए यूज़र क्रॉस-प्लेटफ़ॉर्म मैसेजिंग कर सकेंगे। उदाहरण के लिए, अगर आप चाहें तो अपने उन दोस्तों या रिश्तेदारों को मैसेज भेज सकेंगे जो सिग्नल या टेलीग्राम जैसे दूसरे मैसेजिंग ऐप इस्तेमाल कर रहे हैं।
कंपनी ने अपने न्यूज़रूम पोस्ट के ज़रिए पुष्टि की है कि WhatsApp के लिए एक इंटरऑपरेबल फ़ीचर विकसित किया गया है, जो यूज़र्स को दूसरे मैसेजिंग ऐप के साथ बातचीत करने की सुविधा देता है। कंपनी ने कहा कि इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप के लिए यह फ़ैसला यूरोपियन यूनियन के डिजिटल मार्केट्स एक्ट (DMA) 2022 के कारण लिया गया है।
संदेश भेजने का दायरा बढ़ेगा
कंपनी ने कहा था कि डिजिटल मार्केटिंग एक्ट की वजह से थर्ड पार्टी के साथ एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन में दिक्कतें आ सकती हैं। हालांकि, कंपनी ने अब इस समस्या का समाधान कर लिया है और कुछ यूजर्स के साथ इसका परीक्षण करने के लिए तैयार है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि मेटा हमेशा से अपने यूजर्स की प्राइवेसी और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध रही है। इस फीचर को पूरी तरह से विकसित होने के बाद रोल आउट किया जाएगा। चैटिंग के अलावा कंपनी ऑडियो और वीडियो कॉलिंग के लिए इंटरऑपरेबिलिटी फीचर पर भी काम कर रही है। हालांकि, इसे 2027 तक रोल आउट किया जा सकता है।
WhatsApp में होने जा रहा है बड़ा बदलाव, करोड़ों यूजर्स की.
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